भारतीय नागरिकों
के अलावा कुछ अन्य लोगों को भी भारतीय रियल एस्टेट में निवेश करने का सुनहरा अवसर
पा सकते हैं। अब आपका सवाल यह होगा कि आखिर वे कौन से लोग हैं, जिनको यह बेहतरीन अवसर मिल
सकता है। तो सबसे पहले हम बात करेंगे उन लोगों को जो कभी भारत के निवासी हुआ करते
थे लेकिन अब नही हैं यानि अनिवासी भारतीयों को, जिनकी तादाद
अब लाखों-करोड़ों में है। इसके अलावा वे लोग जो मूल-रूप से भारतीय हैं जो रोजगार की
दृष्टि से विदेशो में रह रहें है जिन्हें पब्लिक ऑफ इंडियन ऑरिजिन भी कहा जाता है।
ये सभी लोग आवासीय व वाणिज्यिक अचल संपंतियों में आसानी से निवेश कर सकतें हैं।
यहाँ तक की एन॰
आर॰ आई॰ यानि अनिवासी भारतीय के बच्चों को निवेश करने का पूरा अवसर प्राप्त है।
बहुत सारी विदेशी
कंपनियों का मालिकाना हक़ में कई प्रतिशत भागीदारी अनिवासी भारतीयों के पास है वे
भी भारतीय रियल एस्टेट में निवेश में कर सकते हैं।
विदेशी कंपनियों
व व्यक्तियों को रियल एस्टेट में निवेश करने के लिए यानि किसी तरह भूमि अधिग्रहित
करने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक से विशेष रूप से अनुमति लेनी पड़ती है। अक्सर विदेशी
कंपनियों को सरकार लीज पर व्यसाय करने के लिए मौका देती है। फिर भी अगर चाहें तो ये
कंपनियाँ किसी भी तरह के रेजीडेंशियल प्लाट, फ्लैट, टाऊनशिप, व कमर्शियल
प्रापर्टीज़ में भी निवेश कर सकते हैं। इसके लिए वित्तीय घरेलु परियोजनाओं में भी
निवेश करने का पूरा अधिकार प्राप्त हैं। इसके लिए अनिवासी भारतीय व विदेशी
कारपोरेट कंपनियाँ कृषि व फार्म हाउस के ज़मीनों में निवेश कर सकते हैं।
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