Friday 4 December 2015

रियल एस्टेट बाजार पर पर्यटन का प्रभाव

जैसा की माना जाता है रियल एस्टेट बाजार और पर्यटन उद्योग साथ-साथ चलते हैं। एक क्षेत्र, जहाँ अलग-अलग संस्कृति, परंपरा, कला, संगीत, साहित्य, दर्शन आदि उपलब्ध होते हैं। वहाँ पर निवेशकों द्वारा निवेश में काफी अधिक संभावना होती है। अगर किसी क्षेत्र में अच्छी बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं तो वह एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित नहीं किया जा सकता और फिर वहाँ रियल एस्टेट की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है |
कोई रियल एस्टेट डेवलपर्स किसी भी क्षेत्र में अपनी परियोजना लाने से पहले, उस क्षेत्र को अच्छी तरह से समझ लेता है और उसी के बाद ही अपनी परियोजना के विषय के हिसाब से  योजनाएं बनाते हैं। वह विषय उस क्षेत्र के हिसाब से उपयुक्त भी होना चाहिए।
उदाहरण के तौर पर, जो परियोजनाएं पर्यटक स्थल के पास हैं उन जगहों पर ज्यादा खुली व हरी-भरी जगह होती है। वह जगह प्रकृति के काफी करीब होती है। उसी प्रकार से धार्मिक स्थलों के पास  विकसित की जाने वाली परियोजनाओं को भी उसी प्रकार का रूप रंग दिया जाता है ताकि आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करने में समर्थ हों |  
इन्ही कारणों से एक क्षेत्र की संस्कृति और परंपरा उसको मिलने वाले समर्थन रियल एस्टेट के क्षेत्र से मिलता है। कई सारे प्रापर्टी ड्वलपर्स को कई पर्यटक स्थलों पर अपनी परियोजनाएं विकसित कर रहें है जहाँ पर लोगों को आकर्षित करने के लिए एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और अन्य ढेर सारी सुविधाएं आदि मौज़ूद है। जहाँ पर बेहतर पर्यटन स्थल है, वहाँ मजबूत रियल एस्टेट बाज़ार भी उपस्थित होने की संभावना अधिक होती है।  
पर्यटन और रियल एस्टेट का सीधा रिश्ता होता है। अगर किसी क्षेत्र में पर्यटन का विकास होता है तो वह रियल एस्टेट बाज़ार के विकास में भी बढ़ावा मिलता है। जहां बहु-संस्कृति से भरे हुए क्षेत्र में, सिर्फ देश के लोग ही नही बल्कि विदेशों के पर्यटक भी भारी संख्या में आते है, जोकि विदेशी निवेश (एफडीआई) के भी द्वार भी खोल देता है। इन पर्यटकों में रियल एस्टेट के भविष्य के खरीददार आते है, और वो जल्द ही उस स्थान पर संपत्ति खरीद भी लेते है। सितम्बर से लेकर मार्च तक का समय भारत में पर्यटन का सबसे अच्छा वक़्त माना जाता है और इसी के बीच सबसे ज्यादा त्योहार भी आते है। साल के इस वक़्त इन क्षेत्रों में रियल एस्टेट बाज़ार भी काफी सक्रिय हो जाता है, और यह हमेशा देखा गया प्रापर्टी की अच्छी बिक्री होती है।
यह मानना श्री एस॰ के॰ सिंह, निदेशक, भूमिटेक डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड जोकि एनएच-24 बी॰ यानि लखनऊ-इलाहाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग के करीब में भूमिटेक का ड्रीम प्रोजेक्ट पंचवटी इको विलेजमौज़ूद है, जोकि सांस्कृतिक, शैक्षणिक व पर्यटन की दृष्टि के साथ-साथ भारतीय जीवन शैली का आधार स्तम्भ है।  

No comments:

Post a Comment