रीयल एस्टेट के क्षेत्र में निवेश हमेशा से एक
अच्छा विकल्प रहा है। हाल के दिनों में, भारत में जिस तरीके
से रीयल एस्टेट का बाजार उभर कर सामने आया है, यह पूरी विश्व
को चौका देने वाला है। अब इसका बाजार दिल्ली, मुंबई, कोलकाता जैसे मेट्रो शहरो से निकल कर देश के अन्य छोटे-बड़े शहरों में
तेजी से फैल रहा है।
उत्तर प्रदेश जनसंख्या के आधार पर भारत का सबसे
बड़ा राज्य माना जाता हैं, जिसकी आबादी लगभग 17 करोड़ से
भी अधिक पहुँच चुकी है। आज प्रदेश में रीयल एस्टेट का कारोबार बहुत तेजी से आगे बढ़
रहा है, यहाँ लगभग देश के सभी बड़े रीयल एस्टेट कारोबारी जैसे
की डी॰ एल॰ एफ॰, ओमेक्स, एल्डिकों, अंसल एपीआई के ढेर सारे प्रोजेक्ट चल रहे हैं। जिसकी वजह से लखनऊ में
प्रापर्टी की डिमांड बहुत तेजी से बढ़ रही है, यह शहर कुछ ही
सालों में विश्व स्तरीय सुविधाओं के साथ लगातार निवेशकों को आकर्षित कर रहा है।
लखनऊ शहर में बहुत ही कम समय में रीयल एस्टेट
के क्षेत्र में अपनी ख़ासी पहचान बना चुकी कंपनी भूमिटेक ड़ेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड
से जुड़े लोगों को मानना है कि आने वाले कुछ सालों में शहर में रेजीडेंशियल व
कमर्शियल प्लॉट मिलना काफी मुश्किल हो जाएगा, क्योकि दिन ब दिन
जिस तरह से शहरीकरण बढ़ रहा है, इससे मालूम पड़ता है कि बहुत
जल्द ही शहर के मुख्य इलाकों में सिर्फ मल्टीस्टोरी अपार्टमेंट में ही मकान
मिलेंगे।
लखनऊ में रीयल एस्टेट का बाजार बहुत तेजी से
बढ्ने के कई महत्वपूर्ण कारण है क्योकि यह शहर शैक्षिक व आर्थिक मामलों में एक
केंद्र बनकर उभरा है। जोकि देश-प्रदेश के छात्रों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ
है। यहाँ के जाने-माने संस्थान जैसे की भारतीय प्रबंध संस्थान (आई॰ आई॰ एम॰), डॉ॰ राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय, सी॰ डी॰
आर॰ आई॰, एन॰ बी॰ आर॰ आई॰, सी-मैप व
अन्य कई ऐसे शोध संस्थान व विश्वविद्यालय लगातार बाहर से आने वालों छात्रों को
आकर्षित कर रहें है।
हज़रतगंज के शॉपिंग सेंटर व गोमतीनगर के
कमर्शियल सेंटर ने रीयल एस्टेट के बाजार को आगे बढ़ाने में काफी महत्वपूर्ण योगदान
किया है। यह शहर प्रदेश का इंडस्ट्रियल व पॉलिटिकल सेंटर होने के नाते भी रीयल
एस्टेट की मांग काफी अधिक है। यहाँ पर सरकारी आफ़िसों में अच्छी सैलरी क्लास के लोगों
की संख्या अधिक होने के नाते यह भी खरीददारों का एक कोर सेगमेंट है। प्रदेश के लगभग
सभी बड़े सरकारी अधिकारी, राजनीतिज्ञों व व्यसायिओ की
चाहत होती है कि लखनऊ में उनका मकान जरूर हो।
अत्यधिक मांग होने के कारण बहुत सारे लोग निवेश
के उद्देश्य से लोग प्रापर्टी खरीद रहें हैं कि आने वाले भविष्य में उन्हें एक
बेहतर रिटर्न मिलेगा। अगर लखनऊ के रीयल एस्टेट की बात करें तो शहर में कई ऐसे
आकर्षण के बिन्दु होने के कारण सभी आय-वर्ग के निवेशकों को आकर्षित कर रहे हैं। यहाँ
अन्य शहरों की तुलना में लखनऊ नगर निगम की बेहतर सुविधा प्रदान करती है, जिससे लोगो में एक विश्वास पैदा किया है कि यह शहर सुविधाओं के मामलों
में कई अन्य शहर से अग्रणी है।
लखनऊ की पुरातन अवध संस्कृति, कला व साहित्य के क्षेत्र में एक खासा मुकाम हासिल किया है। यहाँ की
प्राचीन इमारतें भूल-भुलैया, आसिफ़ी इमामबाड़ा, छतर मंजिल, रेजीडेंसी, शाह
नजफ़ इमामबाड़ा, सिकंदर बाग अन्य कई महत्वपूर्ण स्थल पर्यटन की
दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है। हाल में बनी हुई कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल जैसे की
अंबेडकर पार्क, जनेश्वर मिश्रा पार्क व लोहिया पार्क भी
पर्यटकों को आकर्षित करते रहतें हैं।
यहाँ पर कुछ पुराने मशहूर बाजार जैसे की
अमीनाबाद व चौक हजारों की संख्या में लोग बाहर से ख़रीदारी के लिए आते रहतें हैं।
इसके अलावा निशातगंज, हज़रतगंज,
इन्दिरानगर एवं महानगर भी विभिन्न प्रकार की चीजों की ख़रीदारी के लिए एक बेहतर
बाजार के रूप में जाने जाते हैं। इसके अलावा कई सारे शॉपिंग माल व मल्टीप्लेक्स जैसे
की सहारागंज, फ़न, फीनिक्स, रिवर साइड माल आदि भी शहर को खूबसूरती को चाक-चौबन्द करते हैं।
देश में किसी भी जगह जाने के लखनऊ से यातायात
के लिए सभी सुविधाएं मौजूद हैं चाहे आप रोड से जाना चाहतें हो या फिर रेल से। अगर
आपको वायुमार्ग से जाना चाहतें हैं तो चौधरी चरण सिंह अमौसी एयरपोर्ट जोकि देश के
अलावा विदेशों में जाने के लिए एक बेहतर विकल्प है।
हाल में सरकार ने कई महत्वपूर्ण कदम ने चाहे वह
मेट्रो रेल नेटवर्क व स्मार्ट सिटी बनाने
का प्रोजेक्ट हो। इन सब चीजों ने शहर के रीयल एस्टेट बाज़ार को नई ऊंचाई
प्रदान की है।
अगर हम चिकित्सा सुविधा की बात करे तो शहर में
उत्तम श्रेणी की व्यस्था उपलब्ध है जैसे की किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज, बलरामपुर हास्पिटल, राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल, सिविल व एस॰ जी॰ पी॰ जी॰ आई॰ मुख्य रूप से है। लखनऊ शहर का आर्थिक व
मूलभूत ढांचे का जिस तरह से विकास हो रहा है आने वाले वक़्त में रीयल एस्टेट का
बाजार अपनी कई गुना ऊंचाइयों पर होगा।
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